शुभमन गिल को यह तरीका धोनी से सीखने की जरूरत है। क्योंकि उनके पास काफी अनुभव था: पूर्व खिलाड़ी कहते हैं

मोहाली में खेले गए गुजरात और पंजाब के बीच मुक़ाबले में गुजरात के सलामी बल्लेबाज ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और 67 रन बनाए । हालांकि वो आखरी ओवर में आउट हो गए जब उनकी टीम को ज़रूरत थी की वे मैच खत्म कर के आये ।

मैच को राहुल तेवतिया ने चौका मार कर खत्म कर दिया था और गुजरात को जीत भी हासिल हुई । शुभमन गिल जो पिछले कुछ सालों में भारत के सबसे अच्छे टेस्ट और अब सफेद गेंद में भी बल्लेबाज रहे है , उन्हें अपनी इस पारी के कारण डांट पड़ी ।

पूर्व खिलाड़ी की क्या है सलाह

भारत के पूर्व बल्लेबाज जो अब कमेंट्री में अपना जलवा बिखरते नज़र आते है , उन्होंने ने शुभमन गिल को धोनी से सीखने की सलाह दी । दरअसल संजय मांजरेकर ने शुभमन गिल की पारी पर अपनी राय दी और उन्हें सलाह भी दी । उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा “चैंपियन टीमें वे होती हैं जो मैच जीतते समय भी अपने कमजोर क्षेत्रों के प्रति सचेत रहती हैं और उसी से निपटती हैं।

केकेआर के खिलाफ, गुजरात के लिए एक स्पष्ट सबक था कि अच्छी पिच पर केवल पांच गेंदबाजों के साथ नहीं खेलना चाहिए। 19वां ओवर. यदि आप इसे अंत तक ले रहे हैं, तो एमएस धोनी जैसा स्वभाव दिखाएं और आउट न हों। शुभमन गिल से पूछा जा सकता है कि 20वें ओवर तक खेल कैसा रहा। साई सुदर्शन ने लगभग 100 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। डेविड मिलर भी शांत थे।” उन्होंने गुजरात टाइटंस के आगे के सफर को ले कर अपनी हिदायत दी और उनकी गलतियों को सुधारने को कहा ।

शुभमन पर बोले मांजरेकर

मांजरेकर ने शुभमन गिल की तारीफ करते हुए उनको भारत का भविष्य बताया और उसे भविष्य में गलती ना दोहराने की सलाह दी । उन्होंने कहा “यह मत भूलो कि वह बहुत छोटा है। लेकिन क्योंकि उनके पास इतनी अद्भुत क्षमता है कि हम उनसे बड़ी चीजों की उम्मीद कर रहे हैं।

एमएस धोनी और विराट कोहली के पास डेथ ओवरों का काफी अनुभव है। कोहली अंत तक टिके रहना और खेल को खत्म करना जानते हैं। धोनी ने अपना पूरा जीवन डेथ ओवरों में बल्लेबाजी करते हुए बिताया है। गिल ने कहा, ‘गिल को अभी ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। लेकिन वह संभावित रूप से एक महान खिलाड़ी है और जानता है कि शेष 70 रन नाबाद होने से उसका कद और बढ़ जाता।”

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