भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज जारी हैं। जिसके दूसरे मैच में चेतेश्वर पुजारा अरुण जेटली मैदान पर उतरे तो उन्होंने ज्यादा रन नहीं बनाए। लेकिन टेस्ट मैच खेलने का शतक जरूर पूरा किया। वहीं चेतेश्वर पुजारा मैच की पहली पारी में भले खाता खोल पाने में सक्षम नहीं हो पाए लेकिन दूसरी पारी में विनिंग चौका लगाने के बाद वो 100वें टेस्ट मैच में चौका लगाकर मैच जिताने वाले दुनिया के दूसरे क्रिकेटर बन गए हैं।
आपको बता दें कि चेतेश्वर पुजारा से पहले यह करने वाले सिर्फ रिकी पोंटिंग हैं, जिन्होंने साल 2006 में सिडनी के मैदान पर खेले जा रहे टेस्ट मैच में जोहान बोथा के खिलाफ चौका लगाकर मैच जीत लिया था। वहीं पुजारा के रिकॉर्ड बनाने का यह सिलसिला आगे भी जारी रहने वाला है और वो सीरीज के अगले मैच में एक बड़ा रिकॉर्ड बनाने की कगार पर खड़े हुए हैं।
साथ ही दिल्ली टेस्ट में 31 रन बनाने वाले चेतेश्वर पुजारा भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े टेस्ट बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के खास क्लब में शामिल होने के लिए आगे बढ़ते जा रहे हैं। जिसके लिये उन्हें सिर्फ 69 रन की दरकार करनी होगी। अगर चेतेश्वर पुजारा सीरीज के बचे हुए 2 मैचों में 69 रन बना लेते हैं तो वो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2000 रन पूरे करने में सक्षम हो जाएगें ।
साथ ही 69 रन बनाते ही नाम होगा बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लेगें। वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2000 रनों के आंकड़े को पार करने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी बन जाएगे और पुजारा से पहले यह रिकॉर्ड सिर्फ सचिन तेंदुलकर वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने अपने नाम कर रखा है। पुजारा ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इतिहास में अब तक 22 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 5 शतक और 10 अर्धशतकीय पारी की मदद से 52.18 की औसत से रन बनाएं थें।
वहीं सचिन तेंदुलकर ने 34 टेस्ट मैचों में 56.24 की औसत से 3262 रन बनाएं, जिसमें 9 शतक और 16 अर्धशतक बनाया। जहाँ एक तरफ वीवीएस लक्ष्मण ने 29 टेस्ट मैचों में 49.67 की औसत से 2434 रन तो राहुल द्रविड़ ने 39.68 की औसत से 32 मैचों में 2143 रन बनाकर रिकॉर्ड बनाया।